Bihar Election 2025 : एनडीए में सीट बंटवारा फाइनल : जदयू 102 और भाजपा 101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी
Bihar Election 2025 : बिहार NDA सीट बंटवारा फाइनल। JDU को 102, BJP को 101, LJP (रामविलास) को 20, HAM और RLM को 10-10 सीटें मिलीं। जानें पूरा सीट शेयरिंग फार्मूला और एनडीए की रणनीति।

Patna : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Election 2025) को लेकर लंबे समय से चल रही सीट बंटवारे की चर्चाओं पर अब विराम लगता दिख रहा है। एनडीए (NDA) के घटक दलों के बीच दिल्ली में चली कई दौर की बैठकों के बाद आखिरकार फॉर्मूला तय हो गया है। इस फार्मूले में जेडीयू (JDU) एक बार फिर गठबंधन की बड़ी ताकत बनकर उभरी है, जबकि बीजेपी (BJP) ने संतुलन साधते हुए सहयोगियों को पर्याप्त स्पेस दिया है।
सीटों का पूरा बंटवारा
सूत्रों के अनुसार, इस बार जेडीयू (JDU) 102 सीटों पर, बीजेपी (BJP) 101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
इसके अलावा –
- चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 20 सीटें मिली हैं।
- जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (HAM) को 10 सीटें दी गई हैं।
- उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को भी 10 सीटों पर समझौता मिला है।
यानी कुल 243 विधानसभा सीटों में से 102+101+20+10+10 = 243 सीटों का समीकरण लगभग तय हो चुका है।

जेडीयू को बढ़त, बीजेपी ने दिखाई लचीलापन
2020 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 110 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 74 पर जीत हासिल की थी। जबकि जेडीयू ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा और केवल 43 पर ही जीत दर्ज कर पाई थी। उस समय बीजेपी कहीं ज्यादा मजबूत स्थिति में थी।
लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव के बाद परिस्थितियां बदल गईं। नीतीश कुमार के कई बार पाला बदलने और फिर एनडीए में वापसी करने के बावजूद बीजेपी ने उन्हें ‘सीनियर पार्टनर’ का सम्मान दिया है। यही कारण है कि इस बार सीट बंटवारे में जेडीयू को बढ़त मिली है और बीजेपी 101 सीटों पर ही लड़ेगी।
छोटे सहयोगियों का महत्व
एनडीए की राजनीति हमेशा छोटे दलों को साथ लेकर चलने की रही है।
- LJP (रामविलास) को 20 सीटें देना चिराग पासवान की बढ़ती लोकप्रियता और पासवान वोट बैंक को साधने की रणनीति है।
- HAM के जीतन राम मांझी महादलित राजनीति के चेहरे हैं, जिन्हें नज़रअंदाज़ करना बीजेपी-जेडीयू किसी के लिए भी आसान नहीं था।
- RLM के उपेंद्र कुशवाहा यादव और कुशवाहा समुदाय पर पकड़ रखते हैं, जिससे एनडीए को चुनावी मैदान में व्यापक सामाजिक समीकरण साधने में मदद मिलेगी।
विपक्ष के लिए चुनौती
एनडीए के इस सीट बंटवारे से महागठबंधन (RJD, कांग्रेस, वामपंथी दल) के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है।
- एनडीए ने जिस तरह पासवान, मांझी और कुशवाहा को साथ लेकर एक सामाजिक समीकरण (Social Engineering) तैयार किया है, उससे यादव-मुस्लिम समीकरण पर टिका विपक्ष का वोट बैंक सीधे तौर पर चुनौती में पड़ सकता है।
- वहीं जेडीयू और बीजेपी की संयुक्त ताकत सत्ता विरोधी लहर (Anti-Incumbency) को भी संतुलित कर सकती है।
आधिकारिक ऐलान कब?
फिलहाल सीट बंटवारे का औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है। संभावना जताई जा रही है कि सितंबर के पहले सप्ताह में एनडीए पटना में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस फार्मूले की घोषणा करेगा। इसके साथ ही प्रत्याशियों के नाम भी धीरे-धीरे सामने आने लगेंगे।
इस सीट बंटवारे से यह साफ हो गया है कि बिहार चुनाव में एनडीए पूरी तैयारी और सामाजिक समीकरण साधने की रणनीति के साथ मैदान में उतरेगा। नीतीश कुमार की जेडीयू को बड़ी हिस्सेदारी देना यह संदेश है कि एनडीए में वे अब भी एक मजबूत स्तंभ हैं। दूसरी तरफ बीजेपी ने अपने छोटे सहयोगियों को खुश रखकर आने वाले चुनाव में ‘सबका साथ, सबका विकास’ का संतुलन साधने की कोशिश की है।
इंडिया गठबंधन की क्या है तैयारी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए इंडिया गठबंधन (RJD, कांग्रेस, वामपंथी दल और VIP) ने सीट शेयरिंग पर सहमति बना ली है, हालांकि आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है। सूत्रों के अनुसार, RJD पिछले चुनाव जिती गई सीटों पर ही चुनाव लड़ेगा, जबकि कांग्रेस 50-55 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को अधिक सीटें मिलेंगी ताकि गठबंधन की एकजुटता बनी रहे, और वामपंथी दलों को कुछ अतिरिक्त सीटें मिल सकती हैं। गठबंधन के भीतर सीटों के वितरण को लेकर मतभेद थे, लेकिन सभी दलों ने अब समझौते को स्वीकार कर लिया है। आधिकारिक घोषणा के लिए नेताओं की बैठक का इंतजार किया जा रहा है, और इसके साथ ही चुनावी तैयारियाँ तेज हो गई हैं।
गुरुजी Shibu Soren की राज्यसभा सीट पर क्या होगा? उपचुनाव या इंतजार? JMM से कौन बनेगा उम्मीदवार!
