पहलगाम आतंकी हमले के बाद मोदी का बड़ा फैसला – सेना को खुली छूट, जवाबी कार्रवाई होगी तय समय पर

New Delhi : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की रणनीति आक्रामक मोड में आ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले को राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर चुनौती मानते हुए सेना को जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी छूट दे दी है। पीएम मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर इस हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया तय की।
करीब 90 मिनट चली इस मीटिंग में प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि आतंकियों और उनके मददगारों को “पृथ्वी के अंतिम छोर” तक ढूंढ निकाला जाएगा और कल्पना से भी ज्यादा कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सशस्त्र बल अपनी कार्रवाई का तरीका, लक्ष्य और समय खुद तय करें — सरकार का पूरा भरोसा उनके साथ है।
सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक का ट्रैक रिकॉर्ड : यह पहली बार नहीं है जब भारत ने आतंकी हमले के बाद सख्त कदम उठाया हो। 2016 में उरी हमले के बाद पाकिस्तान में घुसकर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की गई थी। पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में एयरस्ट्राइक कर भारत ने आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दिखाया था।
पहलगाम हमला: नागरिकों पर सीधा वार : 22 अप्रैल को हुए इस भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। हमला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन इलाके में हुआ और इसका उद्देश्य भारत की आंतरिक सुरक्षा और पर्यटन को चोट पहुंचाना था।
पाकिस्तान पर बढ़ा कूटनीतिक दबाव : हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई स्तरों पर कार्रवाई की है। सिंधु जल संधि की समीक्षा की जा रही है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति बनाई जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने यह साफ कर दिया है कि अब आतंकवाद पर “मौन और सहनशीलता” का युग समाप्त हो चुका है।
