November 22, 2025

झीमड़ी गांव से अपहृत युवती बरामद, आरोपी तस्लीम गिरफ्तार, हालात तनावपूर्ण-प्रशासन चौकस

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पुलिस ने अपहरण के आरोपी मो तस्लीम को गिरफ्तार कर लिया है।

Jamshedpur : झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र के झिमड़ी गांव में एक युवती का अपहरण कर लेने के बाद तनाव फैल गया है। युवती को पुलिस ने सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया, जबकि आरोपी तस्लीम अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

घटना बीते गुरुवार की रात की है, जब आरोपी तस्लीम अंसारी ने युवती के घर में घुसकर हथियार के बल पर उसका अपहरण कर लिया था। इस घटना के बाद युवती के परिजनों ने नीमडीह थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन दो दिन तक कोई कार्रवाई न होने पर ग्रामीणों ने आरोपी के घर पर चढ़ाई कर दी। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी के तीन दुकानों और एक घर में आग लगा दी।

स्थिति को काबू में करने के लिए प्रशासन ने पूरे झिमड़ी गांव में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया। गांव में 8 बजे सुबह से लेकर शाम 4 बजे तक जिला सहकारिता अधिकारी मोहम्मद सरवर आलम, बीडीओ मलय कुमार और नहर मंडल के कनीय अभियंता कैलाश चं महतो तैनात रहे। इसके अलावा, शाम 4 बजे से रात 12 बजे तक कार्यपालक दंडाधिकारी सत्यें महतो और जिला नियोजन अधिकारी आलोक कुमार टोपनो को जिम्मेदारी दी गई। रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक कार्यपालक दंडाधिकारी कमलेश कुमार दास और अन्य अधिकारियों को तैनात किया गया।

सुरक्षा के दृष्टिकोण से, झिमड़ी गांव में मुख्य सड़क पर अस्थायी चेकपोस्ट स्थापित किया गया है। यहां से गुजरने वाले वाहनों की सघन जांच की जा रही है। इसके अलावा, झिमड़ी गांव में तीन अलग-अलग शिफ्टों में मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है, जो सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करेंगे।

इस पूरे मामले में प्रशासन ने पूरी तरह से नियंत्रण बनाए रखा है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

बता दें कि शुक्रवार शाम झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र स्थित झीमड़ी गांव में एक शादीशुदा युवक मोहम्मद तस्लीम ने कथित रूप से हथियार के बल पर गांव की एक इंटरमीडिएट छात्रा को अगवा किये जाने के बाद दो समुदायों के बीच भारी तनाव फैल गया था। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। विरोध के दौरान हिंसक झड़पें हुईं और पत्थरबाजी में कई पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। भीड़ ने आरोपी पक्ष के दो घरों और झीमड़ी बाजार की कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया। हालात संभालने पहुंची पुलिस पर भी हमला हुआ, जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि कई ग्रामीणों को भी चोटें आईं। सूचना मिलते ही सरायकेला के पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत, चांडिल एसडीपीओ अरविंद बिंद, एसडीओ विकास राय समेत कई अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। नीमडीह थाना प्रभारी संत कुमार के खिलाफ ग्रामीणों में नाराजगी है, क्योंकि पीड़िता की मां द्वारा की गई शिकायत पर समय रहते कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगा है। शनिवार और रविवार को पूरे झीमड़ी गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। गांव के दोनों छोरों पर चेक पोस्ट बनाए गए हैं, जहां आने-जाने वाले हर व्यक्ति की पूछताछ कर जानकारी दर्ज की जा रही है। गांव में नियमित लगने वाला साप्ताहिक बाजार भी नहीं लग पाया, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हुई।

फिलहाल पुलिस गांव में कैंप कर रही है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। दोनों पक्षों द्वारा नीमडीह थाने में एक-दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। स्थिति अभी नियंत्रण में है, लेकिन गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।

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