कोटा में बिहार के एक और छात्र ने की आत्महत्या, अप्रैल में तीसरी मौत से मचा हड़कंप

राजस्थान के कोटा में एक बार फिर छात्र की आत्महत्या ने देशभर को झकझोर दिया है। बिहार के कटिहार जिले से आए मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्र तमीम इकबाल ने सोमवार देर रात जवाहर नगर थाना क्षेत्र में अपने किराए के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। तमीम 11वीं कक्षा का छात्र था और साथ ही नीट की तैयारी कर रहा था।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। फॉरेंसिक टीम (FSL) जांच में जुटी है और पुलिस छात्र के दोस्तों और परिजनों से भी पूछताछ कर रही है।
कोटा में आत्महत्याओं का सिलसिला थम नहीं रहा
साल 2025 की शुरुआत से अब तक कोटा में 14 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। अकेले अप्रैल महीने में तीन छात्रों ने फंदे से लटककर जान दी है। पढ़ाई का दबाव, प्रतियोगी माहौल और मानसिक तनाव इस संकट की मुख्य वजह मानी जा रही है। प्रशासन तमाम उपायों के बावजूद छात्रों को राहत नहीं दिला पा रहा है।
कोटा मॉडल पर फिर उठे सवाल
तमीम इकबाल की मौत केवल एक और आंकड़ा नहीं, बल्कि बिहार और देशभर के उन माता-पिता के लिए चेतावनी है जो अपने बच्चों को उज्जवल भविष्य की उम्मीद में कोटा भेजते हैं। यह घटना एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था और कोचिंग कल्चर पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है – क्या हम बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं या उन्हें मानसिक रूप से तोड़ रहे हैं?
